गर्मियों में आम-पुदीना की चटनी,स्वाद भी, सेहत भी: आयुर्वेदिक दृष्टिकोण

हेल्थ भास्कर: 23 अप्रैल 2025, गर्मियों की तपती धूप और लू के थपेड़े शरीर की ऊर्जा को लेते हैं। ऐसे मौसम में शरीर को ठंडक पहुँचाने, पाचन को सुधारने और स्वाद को बनाए रखने के लिए आयुर्वेद कुछ प्राकृतिक उपाय सुझाता है। कच्चे आम और पुदीना से बनी ताजगी से भरपूर चटनी इन्हीं में से एक है।
आयुर्वेद में आम-पुदीना की चटनी का महत्व
आयुर्वेद के अनुसार, गर्मी के मौसम में पित्त दोष बढ़ जाता है। यह पाचन समस्याएं, चिड़चिड़ापन, सिरदर्द और त्वचा संबंधी परेशानियों का कारण बन सकता है। कच्चा आम (कच्चा कैरी) और पुदीना दोनों ही पित्त को शांत करने वाले, ठंडक देने वाले और पाचन को दुरुस्त करने वाले माने जाते हैं।
आम-पुदीना की चटनी के लाभ
पुदीना में मेन्थॉल होता है, जो गैस, अपच और पेट दर्द से राहत देता है। आम की खटास भूख बढ़ाती है और पाचन एंजाइम्स को सक्रिय करती है। आयुर्वेद में पुदीना और आम को शरीर को ठंडक देने वाले तत्व माना गया है। यह चटनी शरीर के अंदर की गर्मी को संतुलित करती है। गर्मियों में शरीर से पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी हो जाती है। आम में विटामिन C और इलेक्ट्रोलाइट्स होते हैं, जो डिहाइड्रेशन से बचाव करते हैं। इस चटनी में मौजूद नींबू, धनिया और काली मिर्च शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं। यह चटनी आपके रोज़ के खाने का स्वाद तो बढ़ाती ही है, साथ ही आपको अतिरिक्त तेल और नमक से भी बचाती है।
चटनी बनाने की विधि एवं सामग्री
- कच्चा आम – 1 (छोटा टुकड़ों में कटा हुआ)
- पुदीना – 1 कप पत्तियां
- धनिया पत्ता – ½ कप
- हरी मिर्च – 1 (स्वादानुसार)
- जीरा – ½ चम्मच
- काला नमक – स्वादानुसार
- नींबू का रस – 1 चम्मच
- थोड़ा पानी पीसने के लिए
- सभी चीज़ों को मिक्सर में पीस लें। ज़रूरत अनुसार थोड़ा पानी डालें। ठंडी-ठंडी चटनी तैयार है।
गर्मियों में अगर आप स्वाद और सेहत दोनों चाहते हैं तो आम-पुदीना की चटनी को अपने भोजन का हिस्सा जरूर बनाएं। यह न केवल आपको लू से बचाएगी, बल्कि आपका मूड भी ताज़ा कर देगी। आयुर्वेदिक जीवनशैली में ऐसे छोटे-छोटे बदलाव लंबे समय तक फायदा देते हैं।
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