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मैट्स विश्वविद्यालय ने रक्तदान एवं स्वास्थ्य जांच शिविर से बढ़ाई सामाजिक जिम्मेदारी की मिसाल

Healthbhaskar.comरायपुर, 21 सितम्बर 2025 मैट्स विश्वविद्यालय ने सामाजिक उत्तरदायित्व और स्वास्थ्य जागरूकता के क्षेत्र में एक और सार्थक पहल की। बिलासा ब्लड सेंटर के सहयोग से विश्वविद्यालय ने अपने इंजीनियरिंग ब्लॉक, आरंग कैंपस में रक्तदान एवं नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर का सफल आयोजन किया। इस शिविर ने न केवल विश्वविद्यालय के छात्रों और कर्मचारियों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया बल्कि उन्हें सामाजिक सेवा और यातायात सुरक्षा से भी जोड़ा।

सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक चले इस कार्यक्रम में छात्रों, संकाय सदस्यों और कर्मचारियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। रक्तदान के प्रति युवाओं में जबरदस्त उत्साह दिखाई दिया। कार्यक्रम में लगभग सभी छात्रों ने रक्तदान और स्वास्थ्य जांच कराकर यह साबित किया कि समाज की सेवा में उनका योगदान सदैव तत्पर रहेगा।

नेतृत्व और मार्गदर्शन से मिली सफलता

इस आयोजन की सफलता का श्रेय विश्वविद्यालय के उच्च नेतृत्व को जाता है। माननीय कुलाधिपति गजराज पगारिया, कुलपति प्रो. (डॉ.) के. पी. यादव, महानिदेशक प्रियेश पगारिया, कुलसचिव गोकुलनंद पांडा और इंजीनियरिंग संकायाध्यक्ष डॉ. बृजेश पटेल के मार्गदर्शन और सक्रिय समर्थन से यह कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। सभी ने मिलकर छात्रों को प्रेरित किया कि शिक्षा केवल पुस्तकों तक सीमित न रहे, बल्कि समाज के प्रति जिम्मेदारियों को निभाने का माध्यम भी बने।

रक्तदान: जीवन बचाने का संकल्प

रक्तदान शिविर में भाग लेने वाले विद्यार्थियों और कर्मचारियों ने इसे सेवा का सबसे बड़ा अवसर बताया। रक्तदान करने वाले छात्रों ने कहा कि यह अनुभव उन्हें समाज की जरूरतों के प्रति और संवेदनशील बनाता है। रक्तदान को “महादान” की संज्ञा देते हुए कुलपति ने कहा कि यह ऐसा दान है, जो बार-बार किया जा सकता है और इससे न केवल दूसरों का जीवन बचता है, बल्कि दाता को भी स्वास्थ्य लाभ मिलता है।

यातायात सुरक्षा से जुड़ी अनूठी पहल

शिविर का एक विशेष आकर्षण था रक्तदाताओं को उपहार स्वरूप हेलमेट प्रदान किया गया । यह पहल मैट्स विश्वविद्यालय द्वारा चलाए जा रहे यातायात सुरक्षा अभियान का हिस्सा थी। विश्वविद्यालय प्रशासन का मानना है कि युवा यदि खुद यातायात नियमों का पालन करेंगे तो समाज में जागरूकता का सकारात्मक संदेश जाएगा। हेलमेट वितरण ने छात्रों को न केवल सड़क सुरक्षा के महत्व का अहसास कराया बल्कि यह भी सिखाया कि सुरक्षा से बड़ा कोई उपहार नहीं।

स्वास्थ्य जांच और परामर्श

शिविर में विभिन्न प्रकार की स्वास्थ्य जांच सुविधाएं उपलब्ध कराई गईं। इसमें ब्लड प्रेशर, शुगर, बीएमआई, नेत्र जांच और अन्य बेसिक टेस्ट शामिल थे। साथ ही विशेषज्ञ चिकित्सकों ने छात्रों और कर्मचारियों को परामर्श देकर जीवनशैली से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां दीं। प्रतिभागियों ने माना कि इस तरह के शिविर समय-समय पर आयोजित होने चाहिए, ताकि छात्र अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत रह सकें और बीमारियों से बचाव कर सकें।

सामाजिक उत्तरदायित्व की मिसाल

मैट्स विश्वविद्यालय ने इस आयोजन के माध्यम से यह स्पष्ट संदेश दिया कि शिक्षा केवल ज्ञान अर्जन तक सीमित नहीं है, बल्कि यह समाज और राष्ट्र निर्माण का माध्यम भी है। विश्वविद्यालय लगातार छात्रों को सामाजिक गतिविधियों में भागीदारी के लिए प्रेरित करता है, ताकि वे संवेदनशील, जागरूक और जिम्मेदार नागरिक बन सकें।

इस अवसर पर कुलाधिपति गजराज पगारिया ने कहा कि विश्वविद्यालय की कोशिश है कि हर छात्र न केवल शैक्षणिक रूप से उत्कृष्ट बने बल्कि समाज के प्रति अपने कर्तव्यों को भी समझे। उन्होंने कहा की “ रक्तदान शिविर और स्वास्थ्य जांच जैसे आयोजन से हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि छात्र न केवल शिक्षित हों बल्कि समाज के लिए उपयोगी भी बनें।”

छात्रों का उत्साह और सहभागिता

कार्यक्रम में शामिल हुए छात्रों ने इसे एक यादगार अनुभव बताया। उन्होंने कहा कि रक्तदान और स्वास्थ्य जांच ने उन्हें अपने जीवन में अनुशासन और जिम्मेदारी का महत्व समझाया। कई छात्रों ने पहली बार रक्तदान किया और उन्होंने कहा कि यह अनुभव उन्हें बार-बार इस तरह के कार्यों के लिए प्रेरित करेगा। रक्तदान शिविर में शामिल चिकित्सकों ने कहा कि युवा पीढ़ी को इस तरह के आयोजनों में भाग लेकर न केवल अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखना चाहिए बल्कि समाज की जरूरतों के प्रति भी जिम्मेदारी निभानी चाहिए। विशेषज्ञों ने कहा कि नियमित स्वास्थ्य जांच जीवनशैली संबंधी बीमारियों से बचाव में बेहद सहायक है और रक्तदान जैसे कदम युवाओं में सामाजिक चेतना को मजबूत करते हैं।

मैट्स विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित यह रक्तदान और स्वास्थ्य जांच शिविर केवल एक कार्यक्रम नहीं बल्कि सामाजिक उत्तरदायित्व का सशक्त संदेश था। इस आयोजन ने यह सिद्ध किया कि शिक्षा और समाज सेवा एक-दूसरे के पूरक हैं। विश्वविद्यालय ने छात्रों को यह सिखाया कि जिम्मेदार नागरिक बनने के लिए ज्ञान के साथ-साथ संवेदनशीलता और सेवा भाव भी आवश्यक है।

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