विकसित छत्तीसगढ़ के लक्ष्य में यूनिसेफ इंडिया का साथ, तकनीकी सहयोग से मिलेगी नई गति

Healthbhaskar.com: रायपुर, 11 सितम्बर 2025 मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से मंत्रालय महानदी भवन में यूनिसेफ इंडिया के प्रतिनिधिमंडल ने शिष्टाचार भेंट की। इस अवसर पर प्रतिनिधिमंडल ने छत्तीसगढ़ सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की सराहना करते हुए विकसित छत्तीसगढ़ के निर्माण में तकनीकी सहयोग प्रदान करने का आश्वासन दिया है।
मुख्यमंत्री साय ने यूनिसेफ के सहयोग का स्वागत करते हुए कहा कि यूनिसेफ की वैश्विक विशेषज्ञता का लाभ छत्तीसगढ़ को मिलेगा और इससे स्वास्थ्य, शिक्षा एवं पोषण क्षेत्र में ठोस प्रगति होगी। उन्होंने प्रतिनिधिमंडल को राज्य सरकार के “अंजोर विजन 2047” दस्तावेज़ की जानकारी दी और बताया कि यह दस्तावेज़ प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के “विकसित भारत 2047” लक्ष्य के अनुरूप तैयार किया गया है।
यूनिसेफ इंडिया की फील्ड सर्विसेज प्रमुख सुश्री सोलेदाद हेरेरो ने राज्य सरकार की पोषण संबंधी पहल, महतारी वंदन योजना और हमर स्वस्थ लइका कार्यक्रम की सराहना की। उन्होंने कहा कि इन योजनाओं ने महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य एवं सशक्तिकरण में उल्लेखनीय योगदान दिया है। सुश्री हेरेरो ने यह भी बताया कि हमर स्वस्थ लइका कार्यक्रम के सकारात्मक परिणाम अन्य राज्यों जैसे मध्यप्रदेश, राजस्थान और ओडिशा में भी प्रेरणा बन रहे हैं।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि अंजोर विजन 2047 के तहत आदिवासी समुदाय, विशेषकर विशेष पिछड़ी जनजातियों (PVTG) का उत्थान सर्वोच्च प्राथमिकता है। शिशु मृत्यु दर घटाने, कुपोषण कम करने और स्वास्थ्य-शिक्षा के सूचकांकों को बेहतर बनाने में यूनिसेफ की तकनीकी साझेदारी महत्वपूर्ण होगी। बैठक में मुख्यमंत्री ने किशोरियों के सशक्तिकरण के लिए शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि विकसित छत्तीसगढ़ की परिकल्पना तभी पूरी होगी जब समाज के सबसे कमजोर वर्ग तक विकास का लाभ पहुँचेगा।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध कुमार सिंह, सचिव राहुल भगत, महिला एवं बाल विकास विभाग की सचिव श्रीमती शम्मी आबिदी, स्वास्थ्य सचिव अमित कटारिया, यूनिसेफ छत्तीसगढ़ के प्रमुख श्री विलियम हैनलॉन जूनियर और डॉ. बाल परितोष दास भी उपस्थित रहे। यूनिसेफ और राज्य सरकार के बीच यह साझेदारी छत्तीसगढ़ को स्वास्थ्य, पोषण और सामाजिक उत्थान के क्षेत्र में नई दिशा देने की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है।