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हरियाणा में आयुष्मान भारत योजना से मोहभंग की कगार पर अस्पताल

Healthbhaskar.com: 3 अगस्त 2025 ,यूनाइटेड डॉक्टर्स फ्रंट (यूडीएफ) के हरियाणा एवं चंडीगढ़ के प्रदेशाध्यक्ष डॉ अमित व्यास ने प्रेस वार्ता में विस्तृत चर्चा में जानकारी साझा की ,हरियाणा में आयुष्मान भारत योजना एक गंभीर संकट के दौर से गुजर रही है। योजना से जुड़े निजी अस्पतालों का सरकार से मोहभंग बढ़ता जा रहा है और अब उन्होंने 7 अगस्त 2025 से योजना के अंतर्गत स्वास्थ्य सेवाएं बंद करने का अल्टीमेटम जारी कर दिया है।

डॉ व्यास ने बताया कि नवंबर 2022 में ‘चिरायु हरियाणा’ योजना लागू किए जाने के बाद से सूचीबद्ध अस्पतालों को किए जाने वाले भुगतान लगातार लंबित हैं। अस्पतालों को 4 से 5 महीने तक इंतजार करना पड़ रहा है, जबकि कई बार बिना आधार के कटौती की जाती है और तकनीकी खामियों के कारण पोर्टल पर फाइल अपलोड करना भी बेहद मुश्किल हो गया है।

7 अगस्त से सूचीबद्ध अस्पताल बंद करेंगे सेवाएं: डॉ अमित व्यास

उन्होंने स्पष्ट किया कि 8 जनवरी 2025 को मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी के साथ हुई बैठक में सरकार ने यह वादा किया था कि सभी लंबित भुगतान 15 दिनों के भीतर किए जाएंगे और 10 मार्च के बाद से व्यवस्था को पूरी तरह दुरुस्त कर दिया जाएगा। लेकिन आज तक न तो भुगतान नियमित हुए हैं, न ही किसी वादे को पूरा किया गया।

यूडीएफ की पांच प्रमुख माँगें

  • सभी लंबित बकाया का तत्काल भुगतान और भविष्य में देरी रोकने के लिए स्थायी समाधान।
  • इलाज दरों में यथोचित संशोधन, जिससे अस्पतालों को घाटा न उठाना पड़े।
  • जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई, जिनकी लापरवाही से यह संकट खड़ा हुआ।
  • बजट में योजना के लिए अलग से उचित प्रावधान, जिससे वित्तीय निर्भरता स्पष्ट हो।
  • आयुष्मान मित्रों को एचकेआरएनएल में शामिल करना या न्यूनतम वेतन सुरक्षा देना, क्योंकि वर्तमान में उन्हें मात्र ₹5000 मासिक मानदेय दिया जा रहा है।

डॉ व्यास ने इसे सिर्फ एक प्रशासनिक विफलता नहीं, बल्कि “स्वास्थ्य आपातकाल” बताया। उन्होंने कहा, “मरीज पीड़ित हैं, अस्पताल आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं और योजना पर से विश्वास डगमगा गया है। यह केंद्र प्रायोजित योजना है, जिसमें राज्य सरकार की वितीय लापरवाही गंभीर चिंता का विषय है। डॉ व्यास ने बताया कि यदि 15 जुलाई 2025 तक की लंबित देयों का भुगतान और पूर्व में दिए गए आश्वासनों की पूर्ति नहीं होती, तो 7 अगस्त की मध्यरात्रि से हरियाणा के सभी सूचीबद्ध निजी अस्पताल आयुष्मान योजना के अंतर्गत सेवाएं बंद कर देंगे। डॉ व्यास ने सरकार से अपील की कि वो इस संकट को हल्के में न ले और जल्द से जल्द समाधान करे, अन्यथा राज्यभर में स्वास्थ्य सेवाओं का बड़ा संकट खड़ा हो सकता है।

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