मैट्स विश्वविद्यालय में नशीली दवाओं के दुरुपयोग पर कार्यशाला आयोजित, युवाओं को नशे से दूर रहने का संदेश

Healthbhaskar.com: रायपुर, 3 अगस्त 2025, मैट्स विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ बिजनेस एंड मैनेजमेंट स्टडीज द्वारा एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसका उद्देश्य युवाओं में नशीली दवाओं के बढ़ते दुरुपयोग पर जागरूकता फैलाना और इसके निवारक उपायों पर विचार करना था। इस कार्यशाला का आयोजन राष्ट्रीय सीमा शुल्क, अप्रत्यक्ष कर और नारकोटिक्स अकादमी (जीएसटी विभाग) के सहयोग से किया गया।
कार्यशाला के मुख्य अतिथि और वक्ता श्री समीर वानखेड़े, अतिरिक्त आयुक्त, करदाता सेवा महानिदेशालय, चेन्नई क्षेत्रीय इकाई, ने युवाओं को संबोधित करते हुए नशीली दवाओं के दुष्प्रभावों और इसके कारण स्वास्थ्य व करियर पर पड़ने वाले नकारात्मक असर को विस्तार से समझाया। उन्होंने छात्रों से आग्रह किया कि वे एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं और समाज के लिए प्रेरणा बनें। छात्रों ने इस अवसर पर उनसे कई जिज्ञासाएं साझा कीं।
कार्यक्रम के विशेष अतिथि, जीएसटी के क्षेत्रीय निदेशक श्री शैलेन्द्र ने भी युवाओं को नशे के दुष्परिणामों से अवगत कराते हुए उन्हें इससे दूर रहने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी को अपने सपनों की ओर अग्रसर होने के लिए नशे जैसी सामाजिक बुराइयों से दूर रहना चाहिए। इस अवसर पर स्कूल ऑफ बिजनेस एंड मैनेजमेंट स्टडीज के डीन डॉ. उमेश गुप्ता ने स्वागत भाषण दिया और बताया कि इस तरह की जागरूकता कार्यशालाएं मैट्स विश्वविद्यालय में नियमित रूप से आयोजित की जाती हैं, ताकि विद्यार्थियों को सामाजिक मुद्दों की गंभीरता का ज्ञान हो सके।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलाधिपति श्री गजराज पगारिया, कुलपति प्रो. (डॉ.) के.पी. यादव, महानिदेशक श्री प्रियेश पगारिया और रजिस्ट्रार श्री गोकुलानंद पांडा ने की। उन्होंने विद्यार्थियों को नशे से दूर रहने की प्रेरणा दी और इस तरह के जागरूकता कार्यक्रमों की सराहना करते हुए छात्रों के उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं। कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन और ग्रुप फोटो के साथ हुआ। बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं, शिक्षक और प्रशासनिक अधिकारी इस कार्यक्रम में उपस्थित रहे। यह कार्यशाला युवाओं को नशे के खिलाफ एकजुट होकर खड़े होने का संदेश देने में सफल रही।