कुदरत का करिश्मा: महिला के गर्भ में बच्चा और बच्चे के पेट में एक और बच्चा, सोनोग्राफी रिपोर्ट ने चौंकाया

हेल्थ भास्कर : चिकित्सा विज्ञान में कुछ घटनाएं इतनी दुर्लभ होती हैं कि वे डॉक्टरों को भी चौंका देती हैं। हाल ही में एक ऐसा ही चौंकाने वाला मामला महाराष्ट्र के बुलढाणा क्षेत्र से सामने आया है , जहां एक गर्भवती महिला की सोनोग्राफी रिपोर्ट ने सबको हैरान कर दिया। रिपोर्ट के अनुसार, महिला के गर्भ में पल रहे शिशु के पेट में भी एक और भ्रूण मौजूद था। यह चिकित्सा जगत में एक अत्यंत दुर्लभ स्थिति है, जिसे ‘फेटस इन फेटू’ (Fetus in Fetu) कहा जाता है।

कैसे हुआ इसका खुलासा?
महिला की नियमित प्रसवपूर्व जांच के दौरान डॉक्टरों ने जब सोनोग्राफी की, तो पाया कि गर्भ में पल रहे बच्चे के पेट के अंदर भी एक और भ्रूण विकसित हो रहा है। यह देखकर डॉक्टर भी हैरान रह गए, क्योंकि यह स्थिति लाखों में एक होती है।

क्या है ‘फेटस इन फेटू’ ?
‘फेटस इन फेटू’ एक अत्यंत दुर्लभ चिकित्सा स्थिति है, जिसमें एक जुड़वां भ्रूण गर्भावस्था के दौरान अपने सहोदर भ्रूण के अंदर विकसित होने लगता है। आमतौर पर यह स्थिति भ्रूण के विकास के शुरुआती चरण में जुड़वां गर्भधारण के दौरान होती है, जहां एक भ्रूण पूर्ण रूप से विकसित नहीं हो पाता और दूसरे भ्रूण के भीतर ही बढ़ने लगता है।

डॉक्टरों की प्रतिक्रिया
चिकित्सकों के अनुसार, इस स्थिति में बच्चे के जन्म के बाद उसकी सर्जरी की जाती है ताकि उसके पेट में मौजूद भ्रूण को हटाया जा सके। हालांकि, ऐसे मामलों में मेडिकल विशेषज्ञों को अत्यधिक सावधानी बरतनी पड़ती है, क्योंकि यह स्थिति बेहद जटिल होती है।

पहले भी सामने आ चुके हैं ऐसे मामले
दुनियाभर में ‘फेटस इन फेटू’ के कुछ ही मामले सामने आए हैं। भारत में भी कुछ मामलों की पुष्टि हुई है, लेकिन यह घटना अब तक की सबसे दुर्लभ घटनाओं में से एक मानी जा रही है।यह मामला न केवल चिकित्सा विज्ञान के लिए एक अध्ययन का विषय है, बल्कि यह कुदरत के अनोखे रहस्यों में से एक है। डॉक्टरों की टीम इस स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए है और जल्द ही बच्चे की स्थिति पर विस्तृत जानकारी साझा की जाएगी।

(नोट: यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है और किसी विशेष व्यक्ति या मामले से संबंधित नहीं है।)

About The Author

इन्हें भी पढ़े