एम्स रायपुर में श्रमदान की मिसाल : ‘एक दिन, एक घंटा, एक साथ’ से गूँजा स्वच्छ भारत का संकल्प

Healthbhaskar.com: रायपुर,26 सितंबर 2025 भारत सरकार के स्वच्छ भारत अभियान और राष्ट्रव्यापी स्वच्छता ही सेवा (एसएचएस) 2025 के अंतर्गत आज एम्स रायपुर ने एक अनोखा श्रमदान कार्यक्रम आयोजित कर स्वच्छता के प्रति सामूहिक संकल्प का संदेश दिया। “एक दिन, एक घंटा, एक साथ” की थीम पर आयोजित इस पहल ने दिखाया कि जब समाज के सभी वर्ग एक साथ आते हैं, तो स्वच्छता को आदत और संस्कार बनाया जा सकता है।
सुबह 8 बजे से 9 बजे तक एम्स रायपुर परिसर के गेट नंबर 1 से लेकर गेट नंबर 5 तक फैले इस श्रमदान में संस्थागत स्वच्छता समिति के नेतृत्व में संकाय सदस्य, रेज़िडेंट डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ, प्रशासनिक कर्मचारी, हाउसकीपिंग स्टाफ और सुरक्षा कर्मी शामिल हुए। हाथों में झाड़ू, दस्ताने और कचरा बैग लिए सभी प्रतिभागियों ने उत्साहपूर्वक श्रमदान किया और स्वच्छता को राष्ट्र सेवा का स्वरूप दिया।
डॉक्टरों और अधिकारियों ने कहा कि इस अभियान का उद्देश्य सिर्फ एक दिन की सफाई नहीं, बल्कि स्वच्छता को दैनिक जीवन का हिस्सा बनाना है। इसने यह स्पष्ट संदेश दिया कि स्वच्छता केवल सफाईकर्मियों की ज़िम्मेदारी नहीं, बल्कि हर नागरिक का कर्तव्य है। एम्स रायपुर के निदेशक ने कहा, स्वच्छ भारत सिर्फ सरकारी कार्यक्रम नहीं, बल्कि जनांदोलन है। हर व्यक्ति की भागीदारी से ही यह सफल हो सकता है। आज एम्स परिवार ने साबित किया है कि एक घंटा समर्पित श्रमदान भी समाज में बड़ा परिवर्तन ला सकता है।
श्रमदान के बाद सभी प्रतिभागियों ने शपथ ली कि वे स्वच्छता को अपने जीवन का नियमित हिस्सा बनाएंगे और दूसरों को भी प्रेरित करेंगे। यह अभियान न केवल एम्स परिसर की स्वच्छता और सौंदर्य बढ़ाने का माध्यम बना, बल्कि नागरिक भागीदारी की शक्ति को भी उजागर किया। इस पहल ने दिखाया कि जब “एक दिन, एक घंटा, एक साथ” की भावना के साथ समाज आगे बढ़ता है, तो उसका प्रभाव केवल परिसर तक सीमित नहीं रहता, बल्कि यह व्यापक सामाजिक बदलाव का मार्ग प्रशस्त करता है।