पोषण से ही प्रगति का मार्ग प्रशस्त होता है : बस्तर से उठा स्वास्थ्य जागरूकता का स्वर

Healthbhaskar.com: रायपुर,26 सितंबर 2025 राष्ट्रीय पोषण माह के अंतर्गत बस्तर जिला के तोकापाल ब्लॉक के ग्राम पोटानार में आयोजित विशेष कार्यक्रम ने ग्रामीण समाज में स्वास्थ्य और पोषण जागरूकता का संदेश मजबूत किया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित बस्तर सांसद महेश कश्यप ने कहा कि बीमारियों से बचाव का सबसे सशक्त उपाय संतुलित और पोषणयुक्त आहार है। यदि हर परिवार पोषण योजनाओं का लाभ उठाए तो समाज को निरोग और स्वस्थ बनाया जा सकता है। बस्तर सांसद महेश कश्यप ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिवस को पोषण माह के रूप में मनाने की परंपरा को देश की गंभीरता और प्राथमिकता का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि स्वस्थ भारत का सपना तभी पूरा होगा जब हर घर में पोषण के प्रति जागरूकता होगी और हर थाली में पोषक तत्वों का संतुलित समावेश होगा।
कार्यक्रम का शुभारंभ
इस विशेष लोक संपर्क कार्यक्रम का आयोजन केंद्रीय संचार ब्यूरो, क्षेत्रीय कार्यालय जगदलपुर की पहल पर किया गया। मंच पर बस्तर सांसद महेश कश्यप के साथ चित्रकोट विधायक विनायक गोयल, जिला पंचायत उपाध्यक्ष बलदेव मंडावी, जनपद अध्यक्ष रामबती भंडारी, जिला पंचायत सदस्य पद्मिनी कश्यप, महिला एवं बाल विकास विभाग की सभापति शांति नाग तथा कई अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।
मंच संचालन के दौरान परियोजना अधिकारी ज्योति मथरानी, यूनानी चिकित्सक बी. प्रकाश मूर्ति, सुपरवाइजर ममता कुर्रे, ग्राम सरपंच संतोष मौर्य और उप सरपंच भी मौजूद रहे। चित्रकोट विधायक विनायक गोयल ने कहा कि स्वस्थ नारी ही स्वस्थ परिवार की नींव है। जब महिलाएं पोषण के महत्व को समझेंगी और इसे अपनाएंगी, तभी परिवार और समाज सशक्त बन सकेगा।
महिलाओं की सक्रिय भागीदारी
कार्यक्रम को अधिक जीवंत बनाने और ग्रामीण महिलाओं की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए कुर्सी दौड़ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसे तीन वर्गों में विभाजित किया गया, जिसमें महिलाओं ने उत्साह के साथ हिस्सा लिया। विजेताओं को सांसद महेश कश्यप ने पुरस्कार प्रदान किए और उन्हें स्वच्छ एवं स्वस्थ जीवनशैली अपनाने की प्रेरणा दी।
स्वास्थ्य जागरूकता सत्र
स्वास्थ्य जागरूकता सत्र में यूनानी चिकित्सक बी. प्रकाश मूर्ति ने संतुलित आहार और पोषण पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि मौसमी फल, हरी पत्तेदार सब्जियाँ, दालें, दूध और अनाज का संतुलित सेवन शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। उन्होंने पोषण को बीमारियों से बचाव की पहली ढाल बताते हुए कहा कि एक छोटी सी आदत जैसे रोजाना ताजा फल और सब्जियों का सेवन पूरे परिवार के स्वास्थ्य को सुरक्षित बना सकती है।
परियोजना अधिकारी ज्योति मथरानी ने महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित आंगनबाड़ी सेवाओं और पोषण योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ये योजनाएँ मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सुधारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। सुपरवाइजर ममता कुर्रे ने ग्रामीण महिलाओं से बच्चों और गर्भवती महिलाओं के आहार में विशेष ध्यान देने की अपील की है।
संवाद और प्रश्न मंच
ग्रामीणों की जिज्ञासाओं को संबोधित करने और कार्यक्रम को अधिक संवादात्मक बनाने के लिए बी.एस. ध्रुव द्वारा प्रश्न मंच आयोजित किया गया। इसमें स्वास्थ्य, पोषण और सरकारी योजनाओं से जुड़े सवाल पूछे गए। सही उत्तर देने वाले ग्रामीणों को विभाग की ओर से पुरस्कृत किया गया। इसने न केवल ग्रामीणों की जानकारी बढ़ाई, बल्कि उनमें उत्साह और जागरूकता भी जगाई।
जनजागरूकता और सेवाएँ
महिला एवं बाल विकास विभाग ने इस अवसर पर गोद भराई, अन्नप्राशन और पोषण आहार स्टॉल भी लगाए। इन स्टॉलों पर ग्रामीण महिलाओं ने बड़ी संख्या में पहुँचकर जानकारी ली। बच्चों के आहार संबंधी प्रदर्शनी और उपयोगी सामग्रियाँ भी उपलब्ध कराई गईं, जिससे लोगों को प्रत्यक्ष रूप से पोषण की अहमियत समझाई गई।
कार्यक्रम स्थल पर महिलाएँ विशेष रुचि के साथ पोषण सामग्रियों को देख रही थीं और विशेषज्ञों से सवाल पूछ रही थीं। इस पहल ने यह साबित किया कि जब जानकारी सरल और सुलभ ढंग से दी जाती है, तो ग्रामीण समाज भी सक्रिय रूप से इसे आत्मसात करता है।
सामाजिक और सामुदायिक जिम्मेदारी
सांसद महेश कश्यप ने अपने उद्बोधन में कहा कि पोषण केवल व्यक्तिगत जरूरत नहीं, बल्कि सामुदायिक जिम्मेदारी भी है। जब एक समाज स्वास्थ्य के प्रति जागरूक होता है तो वह विकास के हर आयाम में मजबूत बनता है। उन्होंने महिलाओं को केंद्र में रखकर कहा कि मातृ स्वास्थ्य से ही शिशु और परिवार का स्वास्थ्य तय होता है। इसलिए महिलाओं को पोषण योजनाओं का लाभ उठाने और परिवार में पोषण संतुलन बनाए रखने की जिम्मेदारी समझनी चाहिए। इस आयोजन ने यह संदेश दिया कि राष्ट्रीय पोषण माह का उद्देश्य सिर्फ एक दिन का कार्यक्रम नहीं, बल्कि स्वास्थ्य और पोषण की निरंतरता है। इस पहल से ग्रामीण समाज में जागरूकता का बीज बोया गया, जो आने वाले समय में बेहतर स्वास्थ्य, मजबूत परिवार और सशक्त समाज का आधार बनेगा। सांसद महेश कश्यप और अन्य जनप्रतिनिधियों के संदेश ने स्पष्ट कर दिया कि “स्वस्थ नारी – स्वस्थ परिवार – स्वस्थ समाज” की अवधारणा तभी साकार होगी जब हर नागरिक पोषण को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएगा।