Thu. Oct 23rd, 2025

“HERAMB” – मेकाहारा में गणेश उत्सव की गूंज, एकता और उत्साह का अद्भुत संगम

Healthbhaskar.com: रायपुर,29 अगस्त 2025 पं. जवाहरलाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय एवं डॉ. भीमराव अंबेडकर स्मृति चिकित्सालय (MEKAHARA) में इस वर्ष गणपति बप्पा का आगमन हर्ष, उल्लास और भक्ति के साथ हुआ। हर वर्ष की भांति इस बार भी जूनियर डॉक्टरों और विद्यार्थियों ने मिलकर गणेश स्थापना को विशेष रूप दिया है। आयोजन को इस बार एक अनूठा नाम दिया गया है “HERAMB” जिसका अर्थ है “सबके रक्षक, सबको सुख देने वाले ” गणपति की प्रतिमा की स्थापना के साथ ही पूरा परिसर भक्ति, संगीत और उमंग से सराबोर हो गया। छात्रों ने इसे केवल धार्मिक उत्सव नहीं, बल्कि परिवार की तरह मनाया जाने वाला पर्व बताया।

पाँच दिवसीय HERAMB उत्सव में आयोजन जिसमे हर दिन विशेष कार्यक्रम

  • कला, संस्कृति और परंपरा का अद्भुत संगम- Cultural Night
  • भक्ति और आनंद की थिरकन-Garba Night
  • हंसी, दोस्ती और ऊर्जा का उत्सव- Fun & Games
  • खेल भावना और टीमवर्क की पहचान-Cricket Competition
  • अनुशासन और जोश का मेल-Badminton Tournament
  • जिज्ञासा और रोमांच की यात्रा-Treasure Hunt
  • बुद्धि, प्रतिभा और सृजनशीलता की परीक्षा-Mind Games

जूनियर डॉक्टरों और छात्रों का संदेश

डॉ. रेशम सिंह JDA अध्यक्ष, एवं डॉ. अमित बंजारा JDA सेक्रेटरी ,ने हेल्थ भास्कर डॉट कॉम से जानकारी साझा करते हुए बताया की इस वर्ष प्रतिदिन कार्यक्रम की शुरुआत एक नई मुस्कान, हर पल एक नई प्रेरणा और एक नए उत्साह के साथ मनाया जायेगा। आयोजन समिति से जुड़े छात्रों का कहना है HERAMB केवल एक उत्सव नहीं, बल्कि यह हमें एकता, सहयोग और भाईचारे का संदेश देता है। यहाँ हर व्यक्ति डॉक्टर, विद्यार्थी या स्टाफ सब एक परिवार की तरह जुड़ते हैं। बप्पा हमें सिखाते हैं कि मुश्किलें चाहे कितनी भी हों, मिलकर उन्हें पार किया जा सकता है।

कई विद्यार्थियों ने बताया कि घर से दूर रहकर पढ़ाई करते समय ऐसे पर्व उन्हें अपने परिवार की याद दिलाते हैं ,लेकिन ऐसे आयोजन हमें परिवार की कमी महसूस नहीं होने देता है। वहीं एक अन्य ने विधार्थी कहा की डॉक्टर बनने की राह कठिन जरूर है, लेकिन बप्पा का आशीर्वाद और साथियों का साथ हमें मज़बूत बनाए रखता है और अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए भीतर से नयी सकारत्मक ऊर्जा देता है। मेकाहारा परिवार के लिए HERAMB केवल गणेशोत्सव नहीं, बल्कि संगीत, नृत्य, खेल और अध्यात्म का अद्भुत संगम है, जिसने पूरे परिसर को जीवन और ऊर्जा से भर दिया है।

इन्हें भी पढ़े

You cannot copy content of this page