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छत्तीसगढ़ की डॉ. अदिति सिंह ने आबू धाबी में बढ़ाया भारत का मान-अंतरराष्ट्रीय त्वचा विज्ञान मंच पर भारत की उपलब्धि

Healthbhaskar.com: रायपुर, 24 अक्टूबर 2025 “वर्ल्ड लंग्स केयर डे” के अवसर पर जहाँ पूरी दुनिया फेफड़ों की सेहत और श्वसन रोगों के प्रति जागरूकता पर ध्यान दे रही है, वहीं भारत की चिकित्सा जगत से एक और गौरवशाली खबर सामने आई है। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के जिला अस्पताल, पंडरी की त्वचा रोग विशेषज्ञ एवं चर्म रोग विभाग की एचओडी डॉ. अदिति सिंह ने अबू धाबी में आयोजित इंटरनेशनल सोसाइटी ऑफ डर्मेटोलॉजिक एंड एस्थेटिक सर्जरी (ISDS) के 44वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में अपने शोध पत्र प्रस्तुत कर भारत देश का एवं छत्तीसगढ़ राज्य का नाम रोशन किया है।

यह सम्मेलन एमिरेट्स स्कॉलर सेंटर फॉर रिसर्च एंड स्टडीज़ (ESCRS) द्वारा आयोजित किया गया, जो संयुक्त अरब अमीरात की प्रमुख वैज्ञानिक संस्थाओं में से एक है। यह संस्था Emirates Science and Research Foundation के अंतर्गत कार्यरत है और “Vision 2071” के तहत विज्ञान और अनुसंधान को प्रोत्साहन देने का कार्य करती है।

16 से 18 अक्टूबर तक आयोजित इस सम्मेलन में दुनिया भर के 100 से अधिक प्रसिद्ध त्वचा विशेषज्ञों ने भाग लिया था ,जिसमे जर्मनी, अमेरिका, थाईलैंड, फिलीपींस, फ्रांस, स्पेन, ग्रीस और कुवैत जैसे देशों के विशेषज्ञों की मौजूदगी में डॉ. अदिति सिंह ने “Vitamin D in Anti-Aging: How Promising is it?” विषय पर अपना पेपर प्रस्तुत किया था। उनका यह शोध पत्र न केवल एंटी-एजिंग उपचार में विटामिन D की उपयोगिता पर केंद्रित था, बल्कि इसने त्वचा स्वास्थ्य और कोशिकीय पुनर्जनन के बीच संबंध को भी वैज्ञानिक रूप से प्रस्तुत किया गया। सम्मेलन में उपस्थित अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों ने डॉ. अदिति सिंह के शोध की गहराई और प्रभावशाली प्रस्तुति की प्रशंसा की गयी।

डॉ. अदिति सिंह ने इस अवसर पर कहा कि भारत की पारंपरिक चिकित्सा और आधुनिक वैज्ञानिक दृष्टिकोण का संयोजन ही भविष्य की कुंजी है। हम न केवल त्वचा की सुंदरता बल्कि उसकी जैविक संरचना को भी वैज्ञानिक ढंग से समझने की दिशा में काम कर रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए डॉ. सिंह को पूरे देश की शीर्ष 7 महिला त्वचा विशेषज्ञों में से एक के रूप में आमंत्रित किया गया था। यह न केवल उनके व्यक्तिगत समर्पण का परिणाम है बल्कि भारत की चिकित्सा प्रणाली की गुणवत्ता और अनुसंधान क्षमता का प्रमाण भी है।

वर्ल्ड लंग्स केयर डे के अवसर पर चिकित्सक लोगों को फेफड़ों की सेहत, वायु प्रदूषण और श्वसन रोगों से बचाव के लिए जागरूक कर रहे हैं, उसी समय भारत के डॉक्टर अपनी रिसर्च और विशेषज्ञता से दुनिया को स्वस्थ जीवन की दिशा में प्रेरित कर रहे हैं। फेफड़ों की तरह ही त्वचा भी हमारे शरीर का महत्वपूर्ण अंग है, जो हमारे स्वास्थ्य और जीवनशैली का दर्पण होती है। इस दिशा में डॉ. अदिति सिंह का शोध वैश्विक स्वास्थ्य जगत को नई दिशा देने वाला कदम माना जा रहा है।

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