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विश्व दृष्टि दिवस पर जागरूकता का संगम — डॉक्टरों और विद्यार्थियों ने दी आंखों की सेहत की सीख

Healthbhaskar.com:  रायपुर, 10 अक्टूबर 2025 विश्व दृष्टि दिवस के अवसर पर पंडित जवाहरलाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय एवं डॉ. भीमराव अम्बेडकर स्मृति चिकित्सालय, रायपुर के नेत्र रोग विभाग सह रीजनल नेत्र अनुसंधान संस्थान (RIO) द्वारा गुरुवार को नेत्र स्वास्थ्य और दृष्टि सुरक्षा के प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से विभिन्न कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम में विभाग के पीजी छात्र-छात्राओं, एमबीबीएस विद्यार्थियों और वरिष्ठ चिकित्सकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। विभागाध्यक्ष डॉ. निधि पांडे एवं डॉ. स्वाति कुजूर के मार्गदर्शन में कॉलेज परिसर में मानव श्रृंखला बनाकर “आंखें हैं अनमोल” का संदेश दिया गया। प्रतिभागियों ने पोस्टर और नारों के माध्यम से नेत्र सुरक्षा, स्वच्छता और दृष्टि की महत्ता पर जनजागरूकता सन्देश दिया गया।

ओपीडी में आने वाले मरीजों और परिजनों को नेत्र रोग विशेषज्ञों ने आंखों की देखभाल, नियमित जांच और सामान्य नेत्र रोगों से बचाव के उपायों की जानकारी दी गयी। डॉ. पांडे ने कहा कि समय पर नेत्र परीक्षण, स्क्रीन टाइम पर नियंत्रण, संतुलित आहार और स्वच्छता अपनाकर दृष्टि की सुरक्षा की जा सकती है। इस दिवस का उद्देश्य समाज में नेत्र स्वास्थ्य को लेकर व्यवहार परिवर्तन लाना है।

विश्व दृष्टि दिवस क्यों मनाया जाता है ?

विश्व दृष्टि दिवस हर वर्ष अक्टूबर के दूसरे गुरुवार को मनाया जाता है। इस वर्ष की थीम “Love Your Eyes” (अपनी आंखों से प्यार करें) है, जो यह संदेश देती है कि दृष्टि केवल देखने का साधन नहीं, बल्कि जीवन की नींव है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार भारत में हर पाँच में से एक व्यक्ति किसी न किसी नेत्र समस्या से प्रभावित है। समय पर पहचान और उपचार से 80% दृष्टि हानि को रोका जा सकता है। बच्चों में समय पर चश्मे का नंबर सुधारने से उनकी शिक्षा और भविष्य बेहतर बन सकता है, जबकि बुजुर्गों में मोतियाबिंद सबसे सामान्य लेकिन पूरी तरह उपचार योग्य कारण है।

आंखों की सुरक्षा के सरल उपाय

  • सभी आयु वर्ग के लोग साल में कम से कम एक बार नेत्र परीक्षण करवाना चाहिए।
  • स्कूल जाने से पहले बच्चों की आंखों की जांच अनिवार्य रूप से करवानी चाहिए।
  • मोबाइल और टीवी का प्रयोग सीमित करें।
  • रासायनिक पदार्थ या धूल-धुएँ से संपर्क में आने पर आंखों को साफ़ पानी से धोएं।
  • धूप में निकलते समय UV प्रोटेक्शन वाले चश्मे का प्रयोग करना चाहिए।
  • हरी पत्तेदार सब्जियाँ, गाजर, पपीता, आम, दूध और मछली का सेवन करें।
  • योग और व्यायाम से शुगर व रक्तचाप को नियंत्रित रखें।

व्यापक नेत्र जांच एवं परामर्श सेवा में आधुनिक तकनीक से मोतियाबिंद ऑपरेशन (SICS व Phacoemulsification),रेटिना बीमारियों की स्क्रीनिंग व लेजर उपचार,कॉर्निया प्रत्यारोपण एवं कॉर्नियल अल्सर का उपचार ,ग्लूकोमा (काला मोतिया) की सर्जरी,बच्चों के लिए विशेष नेत्र परीक्षण एवं भेंगापन उपचार, 24×7 आपातकालीन नेत्र चिकित्सा सेवा ,निःशुल्क नेत्र शिविर एवं परामर्श सेवा उपलब्ध है।

संदेश आम जनता के लिए

पंडित जवाहरलाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय एवं डॉ. भीमराव अम्बेडकर स्मृति चिकित्सालय नेत्र रोग विभागाध्यक्ष डॉ. निधि पांडे एवं डॉ. स्वाति कुजूर ने नागरिकों से अपील की है कि वे स्वयं एवं अपने परिवारजनों की समय-समय पर नेत्र जांच कराएँ। किसी भी दृष्टि समस्या को नजर अंदाज न करें क्योंकि नियमित जांच ही स्वस्थ दृष्टि की सबसे बड़ी गारंटी है।

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