छत्तीसगढ़ बना टीबी उन्मूलन का मॉडल राज्य: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में 4106 ग्राम पंचायतें घोषित हुईं टीबी मुक्त

Healthbhaskar.com: रायपुर, 26 जुलाई 2025 ,मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के दूरदर्शी नेतृत्व और दृढ़ इच्छाशक्ति के चलते छत्तीसगढ़ ने टीबी उन्मूलन की दिशा में एक महत्वपूर्ण मुकाम हासिल किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वर्ष 2025 तक भारत को टीबी मुक्त बनाने के लक्ष्य के तहत राज्य सरकार ने प्रभावशाली रणनीतियों को ज़मीन पर उतारते हुए 4106 ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त घोषित कर दिया है। छत्तीसगढ़ को “टीबी मुक्त ग्राम पंचायत” कार्यक्रम के श्रेष्ठ क्रियान्वयन के लिए राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान भी प्राप्त हुआ है, जो राज्य की प्रतिबद्धता और प्रशासनिक कार्यकुशलता का प्रमाण है।

निक्षय-निरामय छत्तीसगढ़” अभियान ने बदली तस्वीर-4106 ग्राम पंचायतें हुईं टीबी मुक्त घोषित

राज्य में 7 दिसंबर 2024 से “निक्षय-निरामय छत्तीसगढ़ – 100 दिवसीय अभियान” की शुरुआत की गई थी, जिसका नेतृत्व स्वयं मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने किया। इस जन-सक्रिय अभियान का उद्देश्य था टीबी के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ना। अभियान के अंतर्गत 36 लाख से अधिक लोगों की स्वास्थ्य स्क्रीनिंग, 4.5 लाख से अधिक एक्स-रे जांचें तथा 1.5 लाख से अधिक लोगों की अत्याधुनिक नॉट मशीन से जांच की गई।

जनभागीदारी बनी अभियान की आत्मा

राज्य में जनसहयोग को केंद्र में रखते हुए राज्यपाल, मुख्यमंत्री, मंत्रीगण, विधायक, जनप्रतिनिधि, महिलाएं, युवाओं एवं स्वयंसेवी संगठनों ने “निक्षय मित्र” के रूप में टीबी रोगियों को पोषण सहायता प्रदान की। अब तक 15,000 से अधिक निक्षय मित्रों ने पंजीकरण कर 34,000 से ज्यादा मरीजों को सहायता दी है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर जेलों के बंदी, वृद्धाश्रमों के निवासी, छात्रावासों के छात्र, तथा औद्योगिक श्रमिकों जैसे वंचित वर्गों के लिए विशेष जांच और उपचार शिविर लगाए गए। यह समावेशी दृष्टिकोण स्वास्थ्य सेवाओं को हर वर्ग तक पहुँचाने की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम साबित हुआ। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने कहा कि जब शासन की प्रतिबद्धता और जनसहयोग एक साथ मिलते हैं, तब बदलाव सिर्फ लक्ष्य नहीं, उपलब्धि बन जाते हैं,और छत्तीसगढ़ इसका जीवंत उदाहरण बनने जा रहा है।

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