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संतुलित परिवार, स्वस्थ समाज: भिलाई इस्पात संयंत्र अस्पताल में विश्व गर्भनिरोधक दिवस पर जागरूकता

Healthbhaskar.com: भिलाई, 26 सितम्बर 2025 विश्व गर्भनिरोधक दिवस के अवसर पर शुक्रवार को सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय एवं अनुसंधान केंद्र (जेएलएनएचआरसी) में विशेष जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम ने न केवल चिकित्सकीय दृष्टिकोण से, बल्कि सामाजिक और शैक्षणिक स्तर पर भी गर्भनिरोधक और परिवार नियोजन के महत्व को सामने रखा गया।

पोस्टर प्रदर्शनी और प्रतियोगिता

प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग की अगुवाई में हुए इस आयोजन में 37 पोस्टरों की प्रदर्शनी लगाई गई। इन पोस्टरों को पीजी कॉलेज ऑफ नर्सिंग, अपोलो कॉलेज ऑफ नर्सिंग, श्री शंकराचार्य कॉलेज ऑफ नर्सिंग तथा जेएलएनएचआरसी के नर्सिंग स्टाफ ने तैयार किया था। पोस्टरों में गर्भनिरोधक के विभिन्न साधनों, उनके फायदे, स्वास्थ्य लाभ और सामाजिक महत्ता को दर्शाया गया। निर्णायक मंडल में डॉ. संबिता पंडा, डॉ. मनीषा कांगो और डॉ. पी. मर्सी ने प्रतिभागियों की प्रस्तुति का मूल्यांकन किया। विजेताओं को सम्मानित कर प्रोत्साहित किया गया।

नुक्कड़ नाटक बना आकर्षण

कार्यक्रम की सबसे खास प्रस्तुति रही पीजी कॉलेज ऑफ नर्सिंग के विद्यार्थियों द्वारा किया गया नुक्कड़ नाटक। इस नाटक ने सरल भाषा और प्रभावशाली अभिनय के जरिए गर्भनिरोधक के महत्व और परिवार नियोजन के सामाजिक आयामों को प्रस्तुत किया। दर्शकों ने इस पहल की सराहना की और इसे वास्तविक जीवन से जोड़कर देखा।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी का संदेश

कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. विनीता द्विवेदी ने किया। उन्होंने कहा गर्भनिरोधक केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य का विषय नहीं, बल्कि यह सामाजिक और राष्ट्रीय स्वास्थ्य से भी जुड़ा हुआ है। परिवार नियोजन के जरिए हम न केवल मातृ और शिशु मृत्यु दर को कम कर सकते हैं, बल्कि एक संतुलित और स्वस्थ समाज की नींव रख सकते हैं।

पूर्व दिवस पर हुआ संवाद और प्रतियोगिता

इस आयोजन से एक दिन पहले, यानी 25 सितम्बर को पीजी कॉलेज ऑफ नर्सिंग में मुख्य सलाहकार (प्रसूति एवं स्त्री रोग) डॉ. हिमानी गुप्ता ने जागरूकता वार्ता दी। इसके बाद प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता आयोजित हुई जिसमें 60 नर्सिंग छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इस सत्र का उद्देश्य युवाओं में प्रजनन स्वास्थ्य और गर्भनिरोधक के प्रति समझ को गहरा करना था।

आयोजन की विशेषताएँ

समूचे आयोजन में उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी (प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य प्रभारी) डॉ. नीना गुहा और उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी (प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ) डॉ. सुमन कुमार की भूमिका महत्वपूर्ण रही। कार्यक्रम का सफल संचालन कार्यपालक निदेशक (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं) डॉ. रविंद्रनाथ एम. के मार्गदर्शन में हुआ। इस सामूहिक प्रयास ने विश्व गर्भनिरोधक दिवस की महत्ता को और अधिक प्रभावशाली बना दिया।

परिवार नियोजन का सामाजिक महत्व

इस अवसर पर विशेषज्ञों ने कहा कि गर्भनिरोधक का उपयोग केवल जन्म नियंत्रण तक सीमित नहीं है। यह मातृ और शिशु स्वास्थ्य की सुरक्षा, आर्थिक स्थिरता और महिलाओं के सशक्तिकरण से भी जुड़ा हुआ है। जागरूकता कार्यक्रमों के जरिए संदेश दिया गया कि परिवार नियोजन अपनाने से समाज में संतुलन, स्वास्थ्य और समृद्धि कायम होती है।

भिलाई इस्पात संयंत्र के जेएलएनएचआरसी द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम इस बात का उदाहरण है कि कैसे चिकित्सा संस्थान स्वास्थ्य जागरूकता और सामाजिक जिम्मेदारी दोनों को साथ लेकर चलते हैं। पोस्टर, नाटक और प्रतियोगिताओं ने लोगों तक गर्भनिरोधक का महत्व सहज और प्रभावशाली ढंग से पहुँचाया। विश्व गर्भनिरोधक दिवस के इस आयोजन ने यह संदेश दिया कि “संतुलित परिवार ही स्वस्थ समाज की नींव है” और परिवार नियोजन न केवल चिकित्सा की दृष्टि से, बल्कि राष्ट्रीय विकास के लिए भी अनिवार्य है।

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