छत्तीसगढ़ शासकीय मेडिकल कॉलेजों की छात्रावास व्यवस्था बदहाल, 1026 से अधिक छात्र कर रहे हैं हॉस्टल का इंतजार

हेल्थ भास्कर: रायपुर, 3 जुलाई 2025 छत्तीसगढ़ के शासकीय मेडिकल कॉलेजों की छात्रावास व्यवस्था की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। हाल ही में जारी रिपोर्ट के अनुसार, राज्य के प्रमुख मेडिकल कॉलेजों में कुल 4,702 छात्रों को छात्रावास की आवश्यकता है, लेकिन मौजूदा व्यवस्था केवल 3,466 छात्रों को ही समायोजित कर पा रही है। शेष 1,236 छात्रों को या तो छोटे कमरों में तीन-तीन छात्रों के साथ रहने को मजबूर होना पड़ रहा है या किराए के कमरों में रहना पड़ रहा है।
रायपुर में 1026 छात्र हॉस्टल के लिए प्रतीक्षा में
सबसे खराब स्थिति राजधानी रायपुर स्थित पं. जेएनएम मेडिकल कॉलेज की है, जहां 1,322 छात्रों के लिए छात्रावास की आवश्यकता है, लेकिन केवल 296 की क्षमता उपलब्ध है। परिणामस्वरूप, 1,026 छात्र हॉस्टल की प्रतीक्षा में हैं।
बिलासपुर में 688, जगदलपुर में 350 छात्र वंचित
बिलासपुर के CIMS कॉलेज में भी 688 छात्र हॉस्टल के इंतजार में हैं, जहां 1,088 की आवश्यकता के विरुद्ध केवल 400 की व्यवस्था है। इसी तरह जगदलपुर के एलबी केएमजीएमसी कॉलेज में 800 छात्रावास की आवश्यकता है, परंतु केवल 450 छात्रों के लिए सुविधा उपलब्ध है, जिससे 350 छात्र वंचित हैं। इन कॉलेजों में छात्रों को छोटे कमरों में तीन-तीन छात्रों के साथ रहने को मजबूर किया जा रहा है।
कांकेर, कोरबा, महासमुंद में कोई हॉस्टल नहीं, सभी छात्र किराए पर
कांकेर, कोरबा और महासमुंद के सरकारी मेडिकल कॉलेजों में स्थिति और भी खराब है, जहां एक भी हॉस्टल की व्यवस्था नहीं है। इन तीनों स्थानों पर सभी छात्र किराए के कमरों में रहने को मजबूर हैं। कांकेर में 496, कोरबा में 375 और महासमुंद में 372 छात्र हॉस्टल की आवश्यकता के बावजूद बाहरी व्यवस्था पर निर्भर हैं।
कुल 10 कॉलेजों में 4,702 की आवश्यकता के विरुद्ध केवल 3,466 की व्यवस्था
हालांकि कुछ कॉलेजों जैसे अंबिकापुर (RSDKS GMC) और राजनांदगांव (ABVMGMC) में स्थितियाँ अपेक्षाकृत बेहतर हैं, जहां अधिकतर छात्रों को समुचित छात्रावास सुविधा मिल रही है। छात्रों और अभिभावकों ने राज्य सरकार से मांग की है कि वह मेडिकल शिक्षा की गुणवत्ता को बनाए रखने हेतु तत्काल प्रभाव से छात्रावास की स्थिति में सुधार करें, ताकि छात्रों को शिक्षा के साथ-साथ रहने की मूलभूत सुविधा भी समय पर मिल सके।