घुटने के दर्द का ज़ोरदार इलाज: आयुर्वेदिक नुस्खे

हेल्थ भास्कर : आजकल घुटने का दर्द एक आम समस्या बन गई है, खासकर बढ़ती उम्र और अनियमित जीवनशैली मुख्य कारण है ,आयुर्वेद में घुटने के दर्द का स्थायी समाधान देने वाले कई प्राकृतिक और प्रभावी उपाय मौजूद है , जिस से आप दर्द को कम करने के साथ-साथ घुटनों की मज़बूती भी बढ़ा सकते है।
आयुर्वेदिक उपाय जो दिलाएँ राहत
अश्वगंधा और शतावरी घुटनों के दर्द और सूजन को कम करने में अत्यधिक लाभदायक होते हैं। रोज़ाना इनका सेवन करने से जोड़ों की मज़बूती बनी रहती है। हल्दी और अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो घुटने के दर्द को कम करने में सहायक हैं। एक गिलास दूध में हल्दी मिलाकर पीना और अदरक की चाय पीना बेहद फायदेमंद होता है। गर्म सरसों या तिल के तेल से रोज़ाना घुटनों की मालिश करने से रक्त संचार बेहतर होता है और दर्द में राहत मिलती है। मेथी, अजवाइन और सोंठ को भूनकर पीस लें और रोज़ सुबह गर्म पानी के साथ सेवन करें। यह उपाय पुराने से पुराने घुटने के दर्द में राहत देता है। एलोवेरा और गिलोय का रस घुटनों के दर्द और सूजन को दूर करने में मदद करता है। यह शरीर में वात दोष को नियंत्रित करता है।
योग और व्यायाम से मिलेगी अतिरिक्त राहत
वज्रासन और मकरासन घुटनों की मांसपेशियों को मजबूत करते हैं ,हल्के व्यायाम और स्ट्रेचिंग करने से जोड़ों की लचीलापन बनी रहती है। रोज़ाना पैदल चलना भी बेहद फायदेमंद साबित होता है।
संतुलित आहार का पालन करें
हरी सब्ज़ियाँ, फल, सूखे मेवे, और पर्याप्त पानी पीने से शरीर में पोषण की कमी नहीं होती। अधिक तली-भुनी चीज़ों से बचें और भोजन में ओमेगा-3 फैटी एसिड युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल करें।
आयुर्वेद में घुटनों के दर्द के लिए प्राकृतिक और असरदार इलाज मौजूद हैं। यदि इन उपायों को नियमित रूप से अपनाया जाए, तो घुटनों के दर्द में निश्चित रूप से राहत मिल सकती है। स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर और योग-आयुर्वेद का पालन करके घुटनों को मज़बूत बनाया जा सकता है।