संसद में वित्तीय वर्ष 2025-26 का केंद्रीय बजट प्रस्तुत किया, जिसमें स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण घोषणाएं

हेल्थ भास्कर: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 1 फरवरी 2025 को संसद में वित्तीय वर्ष 2025-26 का केंद्रीय बजट प्रस्तुत किया, जिसमें स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण घोषणाएं की गईं। स्वास्थ्य मंत्रालय के बजट में 13% की वृद्धि करते हुए इसे 90,000 करोड़ रुपये से अधिक आवंटित किया गया है। इस वृद्धि का उद्देश्य देश में स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार और सुदृढ़ीकरण करना है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज संसद में बजट किया है। बजट के दौरान वित्त मंत्री ने कई बड़ी सौगातें दी हैं। मगर स्वास्थ्य को इस बजट से काफी उम्मीदें थीं।बजट से पहले खबरें सामने आ रहीं थीं कि बजट में हेल्थ सेक्टर का आवंटन 10 फीसदी तक बढ़ सकता है।
बजट में स्वास्थ्य के बड़े ऐलान
भारत में मेडिकल टूरिज्म के लिए आसान वीजा उपलब्ध करवाया जाएगा। कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का इलाज आसान होगा। देश के 200 जिला अस्पतालों में कैंसर डे केयर सेंटर खोले जाएंगे। कैंसर की 36 दवाईयां भी सस्ती होंगी। मेडिकल उपकरण सस्ते होंगे। कई दवाईयों पर टैक्स में छूट मिलेगी, जिससे दवाईयां सस्ती होंगी। 36 दवाओं पर ड्यूटी टैक्स पूरी तरह से खत्म किया जाएगा।
सरकार का विशेष ध्यान टेलीहेल्थ और डिजिटल चिकित्सा को बढ़ावा देने पर है, जिससे अस्पतालों पर दबाव कम होगा और दूरदराज के क्षेत्रों में भी गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाई जा सकेंगी। इसके साथ ही, गैर-संचारी रोगों (NCD) के बढ़ते मामलों पर नियंत्रण पाने के लिए नई योजनाओं की शुरुआत की जाएगी। केंद्र ने इस वर्ष के अंत तक देश से टीबी को समाप्त करने का लक्ष्य रखा है, जिसके लिए विशेष फंड आवंटित किया गया है।
वित्त मंत्री ने कहा, हमारा उद्देश्य सभी नागरिकों को सुलभ, सस्ती और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना है। इस बजट के माध्यम से, हम स्वास्थ्य क्षेत्र में आवश्यक सुधार और नवाचार को प्रोत्साहित करेंगे, जिससे देश की स्वास्थ्य प्रणाली और मजबूत होगी। सरकार की इन पहलों से उम्मीद है कि देश में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार होगा और सभी नागरिकों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध होंगी।