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एम्स रायपुर ने ‘स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार’ अभियान के छठे दिन स्वास्थ्य शिविर और जागरूकता कार्यक्रमों से दिया सशक्त संदेश

Healthbhaskar.com: रायपुर, 23 सितंबर 2025 एम्स रायपुर में चल रहा “स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार” अभियान अपने छठे दिन भी उत्साह और जागरूकता के साथ जारी रहा। 17 सितंबर से प्रारंभ हुआ यह राष्ट्रव्यापी अभियान 2 अक्टूबर तक चलेगा और मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य, पोषण और महिला सशक्तिकरण पर केंद्रित है।

छठे दिन की गतिविधियों में एम्स रायपुर के विभिन्न विभागों की सक्रिय भागीदारी रही। सामुदायिक एवं पारिवारिक चिकित्सा विभाग (CFM) ने नोडल विभाग के रूप में समन्वय करते हुए अनेक जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य को सुदृढ़ करना और समाज को मातृ स्वास्थ्य के महत्व से अवगत कराना था।

धरसीवा ब्लॉक में स्वास्थ्य शिविर

एम्स रायपुर के बायोकेमिस्ट्री विभाग ने एसोसिएशन ऑफ बायोकेमिस्ट्री क्लिनिकल वेलफेयर सोसाइटी (ABCW) के सहयोग से सीएचसी धरसीवा ब्लॉक में प्रसवपूर्व और नवजात जांच पर केंद्रित जागरूकता शिविर आयोजित किया। इस शिविर में 150 से अधिक प्रतिभागी, जिनमें मितानिनें, स्वास्थ्य अधिकारी, प्रशिक्षक, लैब तकनीशियन, एवं गर्भवती महिलाओ ने भाग लिया।

गर्भवती महिलाओं का हीमोग्लोबिन और ग्लूकोज टेस्ट किया गया, साथ ही मातृ स्वास्थ्य पर विशेष परामर्श सत्र भी हुए। इस अवसर पर प्रो. (डॉ.) एली महापात्रा (डीन व विभागाध्यक्ष, बायोकेमिस्ट्री एवं अध्यक्ष, ABCW) और डॉ. सुप्रवा पटेल (प्रोफेसर, बायोकेमिस्ट्री एवं मानद महासचिव, ABCW) ने प्रतिभागियों को संबोधित किया। उन्होंने एनीमिया, मधुमेह, उच्च रक्तचाप, जन्मजात हाइपोथायरायडिज्म, जी6पीडी कमी और सिकल सेल एनीमिया जैसी स्थितियों के शीघ्र निदान के महत्व को विस्तार से समझाया।

बाल रोग वार्ड में नुक्कड़ नाटक और संवाद

इसके समानांतर, एम्स रायपुर के बाल रोग विभाग ने राज्य पोषण उत्कृष्टता केंद्र के सहयोग से बाल रोग वार्ड में स्वास्थ्य जागरूकता वार्ता और नुक्कड़ नाटक आयोजित किया। नाटक के माध्यम से मातृ और शिशु स्वास्थ्य से जुड़े विषयों को सरल भाषा में समझाया गया। इसके अलावा, स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के छात्रों ने मातृ पोषण, कैल्शियम पूरकता और प्रसवोत्तर देखभाल पर विषयगत प्रस्तुतियाँ दीं। कार्यक्रम में महिलाओं की सक्रिय सहभागिता देखने को मिली, जिन्होंने गर्भावस्था देखभाल, शिशु पोषण और पारिवारिक स्वास्थ्य से जुड़ी अपनी शंकाओं का समाधान पाया।

अभियान का प्रभाव और उद्देश्य

17 सितंबर को आरएचटीसी कुरुद में विशेषज्ञ स्वास्थ्य शिविरों और जागरूकता गतिविधियों के साथ आरंभ हुआ यह अभियान मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य की व्यापक जरूरतों को संबोधित कर रहा है। केवल छह दिनों में ही यह पहल अनेक जिलों और समुदायों तक पहुँच चुकी है। अभियान का मुख्य संदेश “स्वस्थ महिलाएँ ही सशक्त परिवारों की नींव हैं” हर कार्यक्रम के माध्यम से लोगों तक पहुँचाया जा रहा है। यह केवल स्वास्थ्य सुधार तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज में महिलाओं के महत्व को भी रेखांकित करता है।

एम्स रायपुर द्वारा आयोजित ये गतिविधियाँ यह दर्शाती हैं कि चिकित्सा शिक्षा और सेवाएँ केवल अस्पतालों तक सीमित नहीं, बल्कि समाज के हर वर्ग तक पहुँचना ही वास्तविक स्वास्थ्य सेवा है। “स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार” अभियान महिलाओं को स्वास्थ्य, पोषण और जागरूकता के माध्यम से सशक्त बनाने का सशक्त साधन साबित हो रहा है।

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