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एनएचएम कर्मचारियों की हड़ताल समाप्त, मुख्यमंत्री साय से मुलाकात के बाद काम पर लौटेंगे सभी स्वास्थ्यकर्मी

Healthbhaskar.comरायपुर, 21 सितम्बर 2025 छत्तीसगढ़ में लंबे समय से चल रही राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) कर्मचारियों की हड़ताल आखिरकार समाप्त हो गई है। राजधानी रायपुर स्थित मुख्यमंत्री निवास में मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय से छत्तीसगढ़ प्रदेश एनएचएम कर्मचारी संघ के प्रतिनिधिमंडल ने भेंट कर यह घोषणा की। प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री को बताया कि उनकी प्रमुख मांगों पर सकारात्मक कार्रवाई और सरकार की संवेदनशील पहल के बाद संघ ने सर्वसम्मति से हड़ताल वापस लेने का निर्णय लिया है। इसके साथ ही, सोमवार से प्रदेशभर के एनएचएम कर्मचारी अपने-अपने कार्यस्थलों पर लौटकर स्वास्थ्य सेवाओं को पुनः सुचारु करेंगे।

मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने कर्मचारियों के इस निर्णय का स्वागत करते हुए इसे राज्यहित में सराहनीय कदम बताया। उन्होंने कहा कि जनता के स्वास्थ्य और उपचार को सर्वोच्च प्राथमिकता देने की दिशा में यह निर्णय अत्यंत सकारात्मक है। मुख्यमंत्री ने कहा, “हमारी सरकार हर कर्मचारी को अपने परिवार का हिस्सा मानती है। उनकी जायज़ मांगों के समाधान के लिए हमेशा गंभीर और संवेदनशील रही है। स्वास्थ्य सेवाओं को सुचारु रखना प्रदेश के हर नागरिक की जिम्मेदारी है और सरकार इस जिम्मेदारी को पूरी निष्ठा से निभा रही है।”

सरकार और कर्मचारियों का साझा प्रयास

मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि एनएचएम कर्मचारियों के काम पर लौटने से राज्य की स्वास्थ्य सेवाएँ और सशक्त होंगी। इससे ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में जनता को बेहतर और समय पर उपचार उपलब्ध होगा। उन्होंने कहा कि सरकार और कर्मचारियों के सामूहिक प्रयास से एक बेहतर, स्वस्थ और उज्ज्वल छत्तीसगढ़ का निर्माण होगा।

स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल ने भी हड़ताल समाप्त करने के निर्णय को सराहा। उन्होंने कहा कि राज्य का प्रत्येक कर्मचारी सरकार के परिवार का अभिन्न हिस्सा है। “एनएचएम कर्मचारियों ने जनता की पीड़ा को समझते हुए जो संवेदनशील निर्णय लिया है, वह निश्चित रूप से राज्यहित में है। सरकार उनकी उचित मांगों पर लगातार कार्य कर रही है और आगे भी करेगी।”

दस सूत्रीय मांगों पर कार्रवाई

एनएचएम कर्मचारी अपनी दस सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल पर गए थे। राज्य सरकार ने इनमें से चार प्रमुख मांगों को पहले ही पूरा कर दिया है। शेष तीन मांगों पर एक उच्चस्तरीय समिति गठित कर प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है। वहीं, संविलयन (Merger), पब्लिक हेल्थ केडर (Public Health Cadre) और आरक्षण (Reservation) से जुड़ी मांगों पर निर्णय भारत सरकार के स्तर से होना है। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि राज्य सरकार केंद्र से इन मांगों को लेकर सकारात्मक संवाद बनाए रखेगी।

हड़ताल से प्रभावित हुई थीं सेवाएँ

पिछले कुछ दिनों से हड़ताल के कारण प्रदेशभर में स्वास्थ्य सेवाएँ बाधित हो गई थीं। ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य उपकेंद्रों और शहरी क्षेत्रों के अस्पतालों में मरीजों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा था। कई स्थानों पर टीकाकरण और मातृ-शिशु स्वास्थ्य सेवाएँ प्रभावित हुई थीं। हालांकि अब हड़ताल समाप्त होने से आम जनता को राहत मिलेगी और स्वास्थ्य सेवाएँ पूर्ववत संचालित की जा सकेंगी।

मुख्यमंत्री की पहल रही निर्णायक

जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने स्वयं इस मामले में पहल करते हुए कर्मचारियों को आश्वस्त किया कि उनकी जायज़ मांगों का समाधान सरकार प्राथमिकता से करेगी। इसी संवेदनशीलता और संवाद की पहल से एनएचएम कर्मचारी संघ ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी और आंदोलन समाप्त करने का निर्णय लिया।

प्रतिनिधिमंडल की मुलाकात

रविवार को मुख्यमंत्री निवास में हुई बैठक में विधायक किरण देव, एनएचएम कर्मचारी संघ के प्रतिनिधि डॉ. अमित मिरी, डॉ. रविशंकर दीक्षित, पूरन दास, कौशलेश तिवारी, हेमंत सिन्हा, दिनेश चंद्र, संतोष चंदेल, प्रफुल्ल पाल, डॉ. देवकांत चतुर्वेदी सहित कई सदस्य मौजूद थे। प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया और उन्हें आश्वस्त किया कि सभी कर्मचारी पूरी निष्ठा और जिम्मेदारी से अपने कर्तव्यों का निर्वहन करेंगे।एनएचएम संघ के पदाधिकारियों ने कहा कि सरकार द्वारा मांगों पर सकारात्मक रुख अपनाए जाने से कर्मचारियों का विश्वास बढ़ा है। उन्होंने कहा कि आंदोलन का उद्देश्य सरकार से टकराव नहीं था, बल्कि कर्मचारियों की लंबे समय से लंबित मांगों को उजागर करना था। अब जब सरकार ने ठोस कदम उठाए हैं, तो संघ ने भी जनता के हित में हड़ताल समाप्त करने का निर्णय लिया।

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