Thu. Oct 23rd, 2025

जीवन है अनमोल: मैट्स विश्वविद्यालय में वर्ल्ड सुसाइड प्रिवेंशन डे पर प्रेरक व्याख्यान

Healthbhaskar.comरायपुर, 13 सितम्बर 2025 मनोविज्ञान विभाग, मैट्स विश्वविद्यालय में वर्ल्ड सुसाइड प्रिवेंशन डे के अवसर पर एक विशेष अतिथि व्याख्यान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. जगदीश सोनकर (आईएएस एवं प्रबंध निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, छत्तीसगढ़) थे। उन्होंने आत्महत्या जैसी गंभीर समस्या पर विद्यार्थियों से संवाद करते हुए कहा कि “आत्महत्या किसी भी समस्या का समाधान नहीं है, बल्कि जीवन की चुनौतियों का सामना करने का साहस ही असली जीत है।

डॉ. सोनकर ने अपने व्याख्यान में तीन प्रेरक कहानियाँ साझा कीं, जिनसे यह संदेश स्पष्ट हुआ कि कठिनाइयाँ जीवन का हिस्सा हैं, लेकिन उनसे भागना नहीं बल्कि डटकर मुकाबला करना ही सही रास्ता है। उन्होंने कहा कि मनुष्य जीवन एक वरदान है, इसे नष्ट नहीं बल्कि सकारात्मक सोच, धैर्य और समझदारी से आगे बढ़ाना चाहिए। इस अवसर पर प्रो. (डॉ.) के. पी. यादव, कुलपति, मैट्स विश्वविद्यालय ने भारत में आत्महत्या से जुड़े चिंताजनक आँकड़े प्रस्तुत किए और युवाओं को जागरूकता तथा मानसिक स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने की सलाह दी।

कार्यक्रम का समापन विद्यार्थियों द्वारा ली गई “जीवन को सशक्त और सार्थक बनाने की शपथ” के साथ हुआ। सभी ने यह दृढ़ निश्चय किया कि वे किसी भी परिस्थिति में जीवन का सम्मान करेंगे और समस्याओं का समाधान धैर्यपूर्वक करेंगे । इसके साथ ही, 9 सितम्बर को आयोजित इंटर-डिपार्टमेंट पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता के विजेताओं को सम्मानित किया गया। पुरस्कार वितरण स्वयं डॉ. सोनकर ने किया और विद्यार्थियों की रचनात्मकता एवं संवेदनशीलता की सराहना की।

प्रो. (डॉ.) शाइस्ता अंसारी, विभागाध्यक्ष (मनोविज्ञान) ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए सभी अतिथियों एवं विद्यार्थियों का स्वागत किया। कार्यक्रम में विभाग के संकाय सदस्य और बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे। विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री गजराज पगारिया, कुलसचिव श्री गोकुलानंद पांडा और महानिदेशक श्री प्रियेश पगारिया ने भी अपने शुभकामना संदेश दिए और विद्यार्थियों को दृढ़ निश्चय एवं परिश्रम के साथ जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा दी।

इन्हें भी पढ़े

You cannot copy content of this page