मल्टीपल मायलोमा से पीड़ित 32 वर्षीय महिला का रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल में सफल बोन मैरो ट्रांसप्लांट

हेल्थ भास्कर : रायपुर, 12 अप्रैल 2025, मनेंद्रगढ़ निवासी 32 वर्षीय महिला, जो मल्टीपल मायलोमा नामक रक्त कैंसर से जूझ रही थी, रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल में सफल बोन मैरो ट्रांसप्लांट किया गया है। यह प्रक्रिया वरिष्ठ रक्त कैंसर विशेषज्ञ और ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. रवि जायसवाल की देखरेख में की गई। मल्टीपल मायलोमा, प्लाज़्मा कोशिकाओं के असामान्य वृद्धि के कारण होता है, आमतौर पर 65 वर्ष से अधिक आयु के लोगों में देखने को मिलता है। लेकिन इस केस में, मरीज की कम उम्र और तेज़ प्रगति वाले लक्षणों के चलते स्थिति बेहद जटिल थी। मरीज को लगातार थकान, हड्डियों में दर्द और बार-बार संक्रमण की शिकायत थी।

डॉ. रवि जायसवाल ने बताया, “इस तरह के मामलों में बोन मैरो ट्रांसप्लांट एक प्रभावी इलाज साबित हो सकता है। यह प्रक्रिया गहन निगरानी और विशेषज्ञ देखरेख में की जाती है। मरीज की युवा अवस्था और दृढ़ इच्छाशक्ति ने इलाज को सफल बनाने में मदद की , बीएमटी (बोन मैरो ट्रांसप्लांट) के बाद मरीज अब पूरी तरह से स्वस्थ है और संक्रमण जैसे जटिल प्रभावों पर प्रभावी नियंत्रण पाया गया है। यह सफलता छत्तीसगढ़ में कैंसर उपचार के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि मानी जा रही है।

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